जाह्नवी जनवरी 2023 युवा विशेषांक
जनवरी मास में मकर संक्राति एक प्रमुख त्यौहार है। यह प्रकृति के बड़े बदलाव का संज्ञान समाज को देता है। इस संक्राति पर सूर्य दक्षिणायण से परिवर्तित होकर उत्तरायण में आ जाता है। अतः दिन का समय प्रतिक्षण बड़ा होता जाता है अर्थात उजाला बढ़ने लगता है। प्रकृति के इस बदलाव को हम एक प्रमुख त्यौहार के रूप में मनाते हैं क्योंकि हमारी संस्कृति अंधकार से प्रकाश की ओर जाने को प्रेरणा मानती है।
इस त्यौहार को पूरे देश में अलग-अलग नाम से अलग-अलग रूप में मनाया जाता है। पंजाब में इस की पूर्व सन्ध्या को लोहड़ी के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर सामूहिक रूप से प्रमुख चौराहों पर यज्ञ की भांति अग्नि जलाई जाती है। उस में हवन सामग्री डाली जाती है। मक्की के भुने हुए फूले, तिल, रेवड़ी प्रसाद रूप में सम्मिलित है। परिवार अपने सभी छोटे बड़े सदस्यों के साथ माथा टेकता है। पूजन के बाद बहू बेटियों को उपहार दिए जाते हैं। नव विवाहित जोड़ों को विशेष बधाई दी जाती है। इस प्रकार इस त्यौहार को भव्य रूप में मनाया जाता है।
इसी प्रकार सारे भारत में इसे अलग-अलग तरीके से भव्य रूप में मनाया जाता है।
प्रिय पाठकों! आप भी अपने त्यौहारों को पूर्ण मनोयोग से मनाएं। यह उत्साह देते हैं, आनन्द देते हैं तथा संस्कार भी दे देते हैं।
स्नेही
बाल सम्पादक