अगस्त, 2023
स्वाधीनता विशेषांक
बाल सम्पादकीय
प्रिय बाल वृन्द,
इस मास देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। बच्चों बात समझ लो कि मनुष्य के विकास के लिए स्वतंत्रता पहली सीढ़ी है। स्वतंत्र व्यक्ति में आत्मबल होता है। जो उसे उन्नति करने के लिए प्रेरित करता है।
यह आजादी हमें 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त होने पर मिली। इसके लिए हमारे देश के होनहार वीरों ने बहुत कुर्बानियां दी।
आप भी इसके महत्व को समझें। अब इसके लिए आप का कर्तव्य है कि आप जो काम जीवन में करें उसे देश को अर्पण कर के करें। अर्थात् यदि आप अध्यापक बने तो बच्चों को पढ़ाते समय यही ध्यान रहे कि अपने देश के बच्चों में देशभक्ति की भावना भर रहा हूं। यदि आप किसान बने तो यह सोच कर खेती करें कि मैं यह अन्न अपने देश की जनता के पोषण के लिए पैदा कर रहा हूं। इसी भावना से काम करने पर आपके काम में बरकत पड़ेगी और वह काम आपको भी आनंद देगा।
यही आजादी का आज के समाज के लिए संदेश है।
स्नेही
बाल संपादक
इन चिह्नों के अर्थ क्या हैं?
= लाल त्रिकोण- परिवार नियोजन
= रेड क्रोस-डाक्टरी सहायता
= लाल प्रकाश-खतरा तथा यातायात रोकने का चिह्न
= हरा प्रकाश-जाने का संकेत (सवारियाें या गाड़ियां के लिए)
= ओलिव की शाखा-शांति का प्रतीक
= सफेद कबूतर-शांति का प्रतीक
= बांह पर काली पट्टी-शोक या विरोध का संकेत
= चक्र-प्रगति का प्रतीक
= काला झंडा-विरोध का प्रदर्शन
= लाल झंडा-क्रांति का प्रतीक
= सफेद झंडा-शांति एवं समझौते का प्रतीक
= पीला झंडा-संक्रामक रोग के रोगियों को ले जाने वाले वाहनों का प्रतीक
= उल्टा झंडा-राष्ट्रीय विपदा का प्रतीक
= झुका हुआ झंडा-राष्ट्रीय शोक का प्रतीक
= कमल का फूल-सभ्यता एवं संस्कृति का प्रतीक
= एक दूसरे पर लगी हुई हड्डिया और ऊपर लगी एक खोपड़ी-बिजली का खतरा
= औरत की आंखों में पट्टी बंधी और हाथ में तराजू-न्याय का प्रतीक
= महाराजा का चित्र-एयर इंडिया का चिह्न
बाल ज्ञान पहेली
1- कोनार्क मंदिर कहां स्थित है?
(क) ओडिसा (ख) बिहार
(ग) केरल (घ) महाराष्ट्र
2- गौतम बुद्ध का जन्म कहां हुआ था?
(क) बोध गया (ख) लुम्बिनी
(ग) पंचवटी (घ) वैशाली
3- महात्मा गांधी का जन्म कहां हुआ था?
(क) पोरबन्दर (ख) नई दिल्ली
(ग) साबरमती (घ) वर्धा
4- निम्न में से कौन सी सदी सबसे लम्बी है?
(क) सिन्धु (ख) ब्रह्मपुत्र
(ग) गंगा (घ) सतलुज
5- बंगला देश में गंगा नदी का क्या नाम है?
(क) पद्मा (ख) भागीरथी
(ग) हुगली (घ) अलकनन्दा
6- विश्व में सबसे ज्यादा रबर उत्पादक देश कौन सा है?
(क) श्रीलंका (ख) मलेशिया
(ग) भारत (घ) थाइलैंड
बाल ज्ञान पहेली का उत्तर
1. (क) 2. (ख) 3. (क) 4. (ख) 5. (क) 6. (घ)
लालच बुरी बला
हे जंगल के राजा, पहले यह तो दिखाओ कि
यह कंगन सोने का है भी या नहीं
अगस्त, 2023
स्वाधीनता विशेषांक
हितोपदेश कहानी
एक बूढ़ा शेर एक तालाब में नहा धोकर बीच में बैठ गया। उसके हाथ में सुनहरी कुशा घास का गोल कंचन था, जो दूर से स्वर्ण कंकण (कंगन) की तरह लगता था। बूढ़ा होने के कारण वह शिकार करने योग्य न रह गया था। अतः उसने मन ही मन एक योजना बनाई। योजना के अनुसार वह उधर गुजरते हुए राहगीरों से बोला ‘भाइयों, यह सोने का कंगन है। आओ, इसे ले जाओ, मैंने अब शिकार करना छोड़ दिया है बल्कि पश्चात्ताप स्वरूप दान पुण्य करने के लिए यहां बैठा हूं।’ सब जानते हैं कि शेर एक हिंसक पशु है। किन्तु लोभ की भावना के वशीभूत वे विवेक खो बैठते हैं। सो उनमें से एक राहगीर आगे बढ़ा और बोला-हे जंगल के राजा, पहले यह तो दिखाओ कि यह कंगन सोने का है भी या नहीं। शेर ने उस नकली कंगन को दूर से दिखा दिया, जो सूर्य के प्रकाश में सोने की तरह चमक रहा था। तब उस यात्री ने कहा कि यह तो ठीक है कि यह सोने का कंगन है। किन्तु तुम तो नरभक्षी हो, सो तुम्हारा विश्वास कैसे किया जा सकता है। शेर बोला-हां, यह सही है कि मैं मनुष्यों की हत्या कर उन्हें खा जाता था। किन्तु मेरी यह जवानी की भूल थी। मुझे अपने दुष्कर्मो पर बहुत ग्लानि हो रही है। सो मैंने नहा धोकर दान पुण्य करने का निश्चय किया है, जिससे मेरे पापों का असर कुछ कम हो सके। अब मैं शास्त्रें का अध्ययन करता हूं। शास्त्रें में कहा गया है कि पंडित वही है जो दूसरों की स्त्रियों को अपनी माता के समान समझता है, दूसरों के धन को मिट्टी के समान समझता है और सब प्राणियों को अपने समान समझता है। अतः अब दान-पुण्य, जप-तप जैसे धार्मिक कृत्य करता हूं। सो मेरा विश्वास करो और आओ यह स्वर्ण कंगन ग्रहण करो।
शेर कीे शास्त्रेक्त बातें सुन कर यात्री को विश्वास हो गया कि शेर सही कह रहा है यद्यपि उसके मन में लोभ की भावना ही प्रबल थी जो नकली सोने के कंगन को देखकर उसके मन में पैदा हो गई थी। अतः कंगन लेने के लिए वह तालाब में घुस गया हालांकि उसके साथियों ने उसे बहुत समझाया कि शेर का विश्वास मत करो। वह तुम्हें खा जाएगा। किन्तु वह राहगीर लोभ में अंधा हो गया था। अतः उसने अपने साथियों की बात नहीं मानी और कंगन लेने तालाब में आगे बढ़ा। और दलदल में फंस गया। मौका पाते ही शेर उस पर झपट पड़ा और उसको मार कर खा गया। इससे हमें दो शिक्षाएं मिलती हैं-प्रथम मनुष्य को कभी भी लालच नहीं करना चाहिए, और दूसरे हिंसक पशु का स्वभाव हिंसक ही रहेगा, भले ही वह वृद्ध हो गया हो। अतः उससे दूर रहना ही बेहतर है।