कविता सुदेश गुप्ता
अप्रैल 2023
शिक्षा विशेषांक
दिल्ली के तपे हुए कमरों में भी,
सबको लग रही कड़ाके की सर्दी।
माइनस चालीस में सियाचिन पर,
जवान खड़ा पहन के सेना की वर्दी।।
धन्य है मां जिसकी कोख से जन्मा,
गर्व करती है उस पर मां भारती भी।
आओ नमन करें हम उस वीर को,
उतारें उसकी जननी संग आरती भी।।